10th Ke Baad Kya Kare ?

10वीं पास करने के बाद आपके पास कई विकल्प होते हैं। इसमे शामिल है:

  • साइंस, कॉमर्स या आर्ट्स स्ट्रीम में 12वीं कक्षा पास करना
  • व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए विकल्प
  • डिप्लोमा कोर्स जॉइन करना
  • सीधे करियर विकल्प तलाश रहे हैं


10वीं के बाद कौन सा विषय चुनें?


10वीं के बाद, आपके पास अपनी 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई के लिए विषय स्ट्रीम चुनने का विकल्प होता है। तीन मुख्य धाराएँ हैं:


कला:
10वीं कक्षा में 50% या उससे कम अंक प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए उपयुक्त। कला के विषयों में भूगोल, सामाजिक विज्ञान, अर्थशास्त्र, संस्कृत, समाजशास्त्र, मनोविज्ञान, इतिहास, अंग्रेजी, दर्शनशास्त्र और ड्राइंग शामिल हैं।

विज्ञान: अध्ययन में उत्कृष्टता प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए आदर्श। इसकी दो शाखाएँ हैं: इच्छुक डॉक्टरों या वैज्ञानिकों के लिए चिकित्सा (जीव विज्ञान, भौतिकी, रसायन विज्ञान) और इंजीनियरिंग में रुचि रखने वालों के लिए गैर-चिकित्सा (गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान)।

वाणिज्य: 10वीं कक्षा में 40% या अधिक अंक वाले छात्रों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प। वाणिज्य विषयों में एकाउंटेंसी, बिजनेस स्टडीज, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र और गणित शामिल हैं। यह सीए, सीएस, एमबीए, एचआर और फाइनेंस जैसे क्षेत्रों में करियर विकल्प खोलता है।


वोकेशनल कोर्स क्या होते हैं?


व्यावसायिक पाठ्यक्रम नौकरी-उन्मुख प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करते हैं और करियर कॉलेजों, व्यावसायिक स्कूलों, ट्रेड स्कूलों और सामुदायिक कॉलेजों द्वारा पेश किए जाते हैं। ये पाठ्यक्रम विशिष्ट कौशल प्रदान करते हैं और प्रमाणन या सहयोगी डिग्री तक ले जा सकते हैं।


10वीं के बाद डिप्लोमा कोर्स:


10वीं के बाद डिप्लोमा कोर्स किया जा सकता है। यहां विभिन्न धाराओं के आधार पर कुछ डिप्लोमा पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं:

10वीं आर्ट्स के बाद डिप्लोमा कोर्स: डिप्लोमा इन फाइन आर्ट्स, कमर्शियल आर्ट, ग्राफिक डिजाइनिंग, सोशल मीडिया मैनेजमेंट, होटल मैनेजमेंट आदि।

10वीं कॉमर्स के बाद डिप्लोमा कोर्स: सर्टिफिकेट इन एनिमेशन, टैली, बैंकिंग, रिस्क एंड इंश्योरेंस, कंप्यूटर एप्लीकेशन, फाइनेंशियल अकाउंटिंग, ई-अकाउंटिंग आदि।

10वीं विज्ञान के बाद डिप्लोमा कोर्स: सूचना प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा, फूड प्रोडक्शन में क्राफ्ट्समैनशिप कोर्स, डेंटल मैकेनिक्स, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग आदि।


10वीं के बाद सर्टिफिकेट कोर्स:


डिप्लोमा की तुलना में सर्टिफिकेट कोर्स की अवधि कम होती है। 10वीं के बाद उपलब्ध कुछ सर्टिफिकेट कोर्स में एमएस ऑफिस, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, वेब डिजाइनिंग, एसईओ, ग्राफिक डिजाइनिंग, डिजिटल मार्केटिंग, मोबाइल फोन रिपेयरिंग, ऑफिस असिस्टेंट, वायरमैन, मोटर व्हीकल मैकेनिक, इलेक्ट्रीशियन आदि शामिल हैं।


10वीं के बाद करियर विकल्प:


यदि आप 10वीं के बाद पारंपरिक अध्ययन जारी नहीं रखना चाहते हैं, तो अन्य विकल्प उपलब्ध हैं, जैसे:

आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान): इलेक्ट्रीशियन, वेल्डर, फिटर, कंप्यूटर ऑपरेटर आदि जैसे विभिन्न ट्रेडों में व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करता है।

कंप्यूटर हार्डवेयर और नेटवर्किंग: कंप्यूटर की मरम्मत, हार्डवेयर और नेटवर्किंग में प्रशिक्षण प्रदान करता है।

इंजीनियरिंग डिप्लोमा: कंप्यूटर साइंस, केमिकल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि क्षेत्रों में रुचि रखने वालों के लिए 3 साल का कोर्स।

नॉन-इंजीनियरिंग डिप्लोमा: फैशन डिजाइनिंग, कमर्शियल आर्ट, टेक्सटाइल आदि जैसे कोर्स ऑफर करता है।

होटल मैनेजमेंट: हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में करियर के लिए होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा कोर्स.

मीडिया:
मीडिया और संबंधित क्षेत्रों में करियर के लिए सीधे मीडिया डिप्लोमा कोर्स में शामिल हों। 

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Bhaskar Singh

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